
देहरादून: उत्तराखंड इस बार 28वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा। इस आयोजन को लेकर वन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। राज्य को न केवल मेजबानी का मौका मिला है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाली खिलाड़ी नव्या पांडे की उपलब्धियों ने प्रदेश की उम्मीदें और भी बढ़ा दी हैं।
नव्या पांडे का सम्मान
हाल ही में जॉर्डन में आयोजित जु-जित्सू प्रतियोगिता में स्वर्ण और रजत पदक जीतने वाली नव्या पांडे को वन विभाग में सम्मानित किया गया। वन मंत्री सुबोध उनियाल और प्रमुख वन संरक्षक धनंजय मोहन ने उन्हें मेडल पहनाकर बधाई दी। इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी नव्या की सफलता को सम्मानित कर चुके हैं।
नव्या की उपलब्धियां
नव्या पांडे उत्तराखंड वन विभाग में वन दरोगा के पद पर कार्यरत हैं। वह जॉर्डन में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए पहली महिला खिलाड़ी बनीं, जिन्होंने एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले भी नव्या कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी हैं। उनके इस संघर्ष और सफलता को देखते हुए उन्हें पूर्व में आउट ऑफ टर्न प्रमोशन भी मिला है।
उत्तराखंड को मिली मेजबानी
उत्तराखंड को 28वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता की मेजबानी मिली है, जो राज्य के लिए गौरव की बात है। इस प्रतियोगिता में देशभर के वन विभागों से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी भाग लेते हैं। पिछले आयोजन में उत्तराखंड ने रायपुर में छठा स्थान हासिल किया था, और इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई जा रही है।
वन मंत्री की बात
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश ने रिकॉर्ड पदक जीते हैं और अब वन खेलों में भी बेहतर प्रदर्शन होगा। नव्या पांडे जैसी खिलाड़ियों की उपलब्धि से प्रदेश के खिलाड़ियों में उत्साह बढ़ा है।
आगामी आयोजन और उम्मीदें
वन विभाग इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में लगा हुआ है। प्रदेश के कई खिलाड़ी और कर्मचारी इसमें हिस्सा लेकर पदक जीतने की कोशिश करेंगे। नव्या पांडे की उपलब्धि से यह उम्मीद भी जग गई है कि उत्तराखंड इस बार पदक तालिका में शीर्ष स्थान प्राप्त करेगा।
यह आयोजन केवल खेलों का मंच नहीं, बल्कि वन विभाग के कर्मचारियों के लिए आपसी तालमेल और फिटनेस बढ़ाने का अवसर भी साबित होगा।