
उत्तराखंड में खेल क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। देहरादून में जल्द ही देश का एक उत्कृष्ट खेल विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। इसे राष्ट्रीय स्तर का आदर्श मॉडल बनाने की दिशा में काम शुरू हो चुका है। सोमवार को देहरादून स्थित खेल निदेशालय के सभागार में खेल मंत्री रेखा आर्या ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और स्पष्ट निर्देश दिए कि देशभर के खेल विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम, ढांचे और संचालन प्रणाली का गहन अध्ययन कर उत्तराखंड के लिए सर्वोत्तम मॉडल तैयार किया जाए।
29 अगस्त को हो सकता है शिलान्यास, वन विभाग की आपत्तियों का समाधान जारी
खेल मंत्री ने जानकारी दी कि खेल विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु आवश्यक पदों के लिए शासन से स्वीकृति जल्द प्राप्त की जाएगी। इसके साथ ही विश्वविद्यालय को यूजीसी से मान्यता दिलाने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है। केंद्रीय स्तर पर वन विभाग द्वारा जो आपत्तियाँ दर्ज की गई थीं, उनके समाधान की प्रक्रिया तेजी से जारी है। यदि सभी प्रक्रियाएं समय पर पूर्ण हो जाती हैं, तो 29 अगस्त, राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया जा सकता है।
पदक विजेताओं को मिलेगा नकद पुरस्कार, खिलाड़ियों को मिलेगी सरकारी नौकरी
रेखा आर्या ने बताया कि 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों द्वारा जीते गए पदकों के आधार पर उन्हें कुल 15 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि वितरित की जाएगी। यह पुरस्कार आगामी राष्ट्रीय खेल दिवस पर खिलाड़ियों को दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त 1 जुलाई 2024 से 31 मार्च 2025 तक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को भी योजना का लाभ मिलेगा।
प्रदेश सरकार ने पदक विजेता खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी देने का निर्णय लिया है। इसके लिए विभिन्न विभागों में 400 से अधिक अधिसंख्य पद सृजित करने की मांग की गई है, ताकि सभी योग्य खिलाड़ियों को एक साथ अवसर दिया जा सके।
प्रोत्साहन राशि एक सप्ताह में जारी होगी
‘मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना’ और ‘मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना’ के अंतर्गत चयनित खिलाड़ियों को आगामी एक सप्ताह में डीबीटी प्रणाली के तहत वित्तीय सहायता दी जाएगी। चयन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और बैंक खातों का सत्यापन अंतिम चरण में है।
राज्य में खेल क्रांति की ओर बढ़ते कदम
यह पहल उत्तराखंड को खेल क्षेत्र में नई दिशा देगी और युवाओं को अवसर, सम्मान और सुरक्षित भविष्य प्रदान करेगी। खेल विश्वविद्यालय और प्रोत्साहन योजनाएं राज्य में खेल भावना को और सशक्त बनाएंगी।