
पर्यटन सीजन में गिरावट से कारोबारियों की बढ़ी चिंता
उत्तराखंड के प्रसिद्ध हिल स्टेशन नैनीताल में हाल ही में हुई नाबालिग से दुष्कर्म की घटना ने न केवल सामाजिक चेतना को झकझोरा है, बल्कि शहर के पर्यटन उद्योग को भी गहरा झटका दिया है। इस संवेदनशील घटना के बाद, शहर की छवि पर असर पड़ा है और इसका सीधा प्रभाव होटल और पर्यटन व्यवसाय पर देखने को मिल रहा है।
होटल बुकिंग्स में 80-90% तक की गिरावट
नैनीताल में अप्रैल से जून का समय पर्यटन का चरम होता है, जब देशभर से हजारों सैलानी यहां की खूबसूरत झीलों और पहाड़ियों का आनंद लेने पहुंचते हैं। लेकिन घटना के बाद लोगों के मन में असुरक्षा की भावना पनप गई है। होटल संचालकों का कहना है कि इस सीजन के लिए जून तक की अधिकांश बुकिंग्स रद्द हो चुकी हैं। कई होटलों में 80 से 90 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई है, जिससे लाखों का नुकसान हो रहा है।
प्रशासन ने बढ़ाई सुरक्षा, जनता को दिया आश्वासन
दुष्कर्म की घटना के बाद शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए हैं। हालांकि प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को गिरफ्तार कर लिया है और सुरक्षा उपायों को मजबूत किया गया है। शहर में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है, सीसीटीवी कैमरों की निगरानी तेज कर दी गई है और संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी की जा रही है।
सांसद अजय भट्ट ने दौरा कर जताई चिंता
नैनीताल के सांसद अजय भट्ट ने हालात का जायजा लेने के लिए शहर का दौरा किया और कहा कि “नैनीताल पूरी तरह सुरक्षित है। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, लेकिन इससे पूरे शहर की छवि को धूमिल करना ठीक नहीं।” उन्होंने पर्यटकों से अपील की कि वे भ्रमित न हों और शहर में आकर पर्यटन का आनंद लें।
पर्यटन व्यवसायियों की सरकार से मांग
होटल यूनियन और टूर ऑपरेटरों का कहना है कि यदि जल्द हालात नहीं सुधरे तो हजारों लोगों की रोज़ी-रोटी खतरे में पड़ सकती है। वे सरकार से राहत पैकेज और नैनीताल की सकारात्मक छवि बहाल करने के लिए प्रचार अभियान की मांग कर रहे हैं।