
हरिद्वार: प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के सफल समापन के बाद अब हरिद्वार में 2027 में होने वाले अर्धकुंभ को लेकर बैठकों का दौर तेज हो गया है। साधु-संतों और धार्मिक संगठनों ने हरिद्वार अर्धकुंभ को पूर्ण कुंभ का दर्जा देने और इसे दिव्य व भव्य बनाने की मांग उठाई है। इसी क्रम में युवा भारत साधु समाज ने हरिद्वार के सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात कर 2027 के महाकुंभ को लेकर विस्तृत चर्चा की।
हरिद्वार कुंभ को दिव्य और भव्य बनाने की योजना
युवा भारत साधु समाज के अध्यक्ष शिवम महंत ने बताया कि सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ बैठक आयोजित की गई, जिसमें कुंभ के आयोजन को भव्य बनाने को लेकर महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई।
मुख्य बिंदु:
- सभी युवा संतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रयागराज महाकुंभ 2025 को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए आभार व्यक्त किया।
- हरिद्वार के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा देने के उपायों पर चर्चा हुई।
- मां गंगा की स्वच्छता और निर्मलता को बनाए रखने के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाएंगी।
- श्रद्धालुओं को सुविधाजनक व्यवस्था प्रदान करने के लिए नई रणनीतियों पर विचार किया गया।
कोरोना के कारण पिछली बार फीका रहा था कुंभ, 2027 को लेकर उत्साह
शिवम महंत ने बताया कि 2021 में कोरोना महामारी के कारण हरिद्वार महाकुंभ की रौनक काफी हद तक कम हो गई थी। अब 2027 में होने वाले कुंभ मेले को ऐतिहासिक बनाने की पूरी तैयारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुंभ की तरह हरिद्वार कुंभ को भी दिव्य और भव्य रूप देने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे देश-विदेश के श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक संदेश मिल सके। साधु-संतों और भक्तों का मानना है कि हरिद्वार कुंभ को वैश्विक स्तर पर और अधिक पहचान दिलाने की जरूरत है।
सरकार और प्रशासन से जल्द ही व्यापक स्तर पर तैयारियों को शुरू करने की मांग की जा रही है, ताकि यह इतिहास का सबसे भव्य कुंभ बन सके।