काशीपुर: पार्टी विरोधी गतिविधियों पर कांग्रेस की सख्ती, दो नेता निष्कासित, एक ने भाजपा का दामन थामा
Kashipur: Congress takes strict action against anti-party activities, two leaders expelled, one joins BJP

काशीपुर: कांग्रेस ने नगर निगम चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए उधम सिंह नगर के दो वरिष्ठ नेताओं पर कार्रवाई करते हुए उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। कांग्रेस महानगर अध्यक्ष मुशर्रफ हुसैन ने मंगलवार देर शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी। खास बात यह है कि निष्कासन के कुछ ही घंटों बाद, एक नेता ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
कांग्रेस के दो नेताओं पर गिरी गाज
रामनगर रोड स्थित कांग्रेस के चुनाव कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष मुशर्रफ हुसैन ने बताया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के चलते कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव शोभित गुड़िया और वर्तमान प्रदेश सचिव चेतन अरोड़ा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। यह कार्रवाई प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की संस्तुति पर की गई है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अन्य नेताओं की पार्टी विरोधी गतिविधियां भी सामने आई हैं। ऐसे नेताओं पर भी शीर्ष नेतृत्व के निर्देशानुसार कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का साफ संदेश है कि जो भी प्रत्याशियों के खिलाफ कार्य करेंगे, उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।”
भाजपा में शामिल हुए शोभित गुड़िया
कांग्रेस से निष्कासित होने के कुछ ही घंटों बाद, शोभित गुड़िया ने भाजपा का दामन थाम लिया। काशीपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान, भाजपा के राज्यसभा सांसद नरेश बंसल की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर भाजपा के काशीपुर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, भाजपा मेयर प्रत्याशी दीपक बाली, और पूर्व सांसद बलराज पासी ने उनका पार्टी में स्वागत किया।
चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज
काशीपुर में कांग्रेस के इन दोनों नेताओं के निष्कासन और भाजपा में शामिल होने की घटना ने राजनीतिक हलचल को तेज कर दिया है। चुनावी माहौल के बीच, दोनों प्रमुख दलों की यह रणनीतिक गतिविधियां आगामी नगर निगम चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
निष्कर्ष: कांग्रेस की इस कार्रवाई और भाजपा में नेताओं के शामिल होने से क्षेत्र में सियासी समीकरण बदलने की संभावना है। यह घटनाक्रम आगामी चुनावी लड़ाई को और भी रोचक बना सकता है।