भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष के मुद्दे पर संघ आर-पार के मूड में
अध्यक्ष की ताजपोशी की प्रबल संभावना है ? जिसके लिए आपको आगामी 8 अक्टूबर
लेखक: (केपी मलिक)
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संपादकीय:भाजपा अध्यक्ष के मुद्दे पर संघ आर-पार के मुड़ की ओर से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए संजय जोशी का नाम आने के बाद मोदी-शाह की ओर से अन्य नाम प्रस्तावित करने पर संघ ने कड़ा रुख अपनाते हुए दो टूक कहा है कि आपको प्रधानमंत्री पद या राष्ट्रीय अध्यक्ष पद दोनों में से एक को चुनना होगा।
सूत्रों का दावा है कि संघ ने साफ कहा है कि जो भी पद संघ को मिलेगा, उस पर संघ अपनी मर्जी से अपनी पसंद के व्यक्ति चयन करेगा। हम अपने हिसाब से चुनेंगे जिसमें तुम्हारा कोई दखल नहीं होगा। दरअसल संघ पार्टी पर फिर से अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए कड़ा रूख अपना रहा है।
बहरहाल संघ की इस गुगली से मोदी शाह बोल्ड आउट होते दिखाई दे रहे हैं, अब देखना होगा मोदी शाह का नया दांव क्या होगा
भाजपा अध्यक्ष पद की जंग में मोदी-शाह का नया पैंतरा
भाजपा अध्यक्ष पद के लिए वसुंधरा राजे का नाम उछलने से चिंतित मोदी-शाह उन्हें शांत करने की रणनीति पर भी काम कर रहे हैं। अंदर की खबर है कि वसुंधरा को मनाने के लिए उन्हें राजस्थान के सीएम पद का ऑफर भी दिया जा सकता है।
राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा से जनता के साथ-साथ पार्टी के कई बड़े नेता और पदाधिकारी भी नाराज हैं। वसुंधरा को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाने से अध्यक्ष पद की रेस से एक नाम तो कम होगा ही, साथ ही साथ राजस्थान में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी दूर हो जाएगी।
भाजपा के लिए…….
*दुर्गा पूजा पर दुर्गा की आरती “जरूरी या मज़बूरी?”*
“आसमान से गिरे खजूर पर अटके”
संघ की ओर से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए संजय जोशी के नाम पर अड़ने के बाद मोदी-शाह की सिट्टी पिट्टी गुम हो गई थी। लिहाजा उन्होंने संघ से शिवराज चौहान के नाम पर विचार करने की गुहार लगाई। संघ ने उनकी सलाह को ठुकराते हुए संजय जोशी के स्थान पर बड़ा रिचार्ज वसुंधरा राजे के नाम को आगे बढ़ा दिया। अब देखना होगा की ऊंट किस करवट बैठता है।
क्या अब मोदी इस नियम की जद में….
संघ ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं मार्गदर्शक मंडल में भेजने की शर्तों में परिवर्तन कर दिया है। नए नियम के मुताबिक़ 75वें वर्ष में प्रवेश करने के बाद कभी भी वहां भेजा जा सकता है। यानि अब मोदी इस नियम की जद में आ गए हैं।
दूसरे, संघ की ओर से मोदी के कट्टर प्रिय संजय जोशी को भाजपा का अध्यक्ष बनाने का निर्देश हुआ है। उधर आगामी विधानसभा चुनावों में भी भाजपा सभी राज्यों में हार की कगार पे खड़ी है। अब बड़ा घमासान मचना तय है।
हरियाणा के चुनाव परिणाम तय करेंगे संजय जोशी की ताजपोशी
केरल में संघ की बैठक के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव पर भी लंबी चर्चा हुई संघ चाहता था कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर दी जाए, लेकिन मोदी और शाह के संदेश वाहक बने कार्यवाहक अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संघ को यह विश्वास दिलाने की कोशिश की कि भाजपा हरियाणा और झारखंड दोनों जगह चुनाव जीत रही है। लिहाज़ा राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा चुनाव के परिणाम तक रोक दी जाए।
भाजपा मध्य प्रदेश के पैटर्न पर हरियाणा में अपनी सरकार तीसरी बार बनाना चाहती है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के अच्छे परिणाम रहने के बावजूद मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई थी। तो अगर हरियाणा में भाजपा की सरकार बन जाती है, तो संजय जोशी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की संभावना समाप्त सी ही हो जाएगी। लेकिन अगर सरकार नहीं बनती है तो संजय जोशी के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की ताजपोशी की प्रबल संभावना है? जिसके लिए आपको आगामी 8 अक्टूबर तक इंतजार करना होगा।