उत्तराखंड

उत्तराखंड पंचायत चुनाव में 69.16% मतदान, महिलाओं ने निभाई अहम भूमिका, 31 जुलाई को होगी मतगणना

69.16% voting in Uttarakhand Panchayat elections, Women played an important role, counting of votes will be done on July 31

देहरादून, 30 जुलाई 2025:
उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार इस बार कुल 69.16 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसमें महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से अधिक रही। चुनाव दो चरणों में संपन्न हुए और अब 31 जुलाई को मतगणना के साथ गांवों की नई सरकार तय होगी।

दो चरणों में संपन्न हुई चुनाव प्रक्रिया

चुनाव का पहला चरण 24 जुलाई और दूसरा चरण 28 जुलाई को संपन्न हुआ। हरिद्वार को छोड़कर राज्य के शेष 12 जिलों में पंचायत चुनाव कराए गए। पहले चरण में 49 विकासखंडों में 68% मतदान हुआ, जिसमें महिलाओं ने 73% और पुरुषों ने 63% मतदान किया। दूसरे चरण में 40 विकासखंडों में मतदान 70% रहा, जिसमें 74.50% महिलाओं और 65.50% पुरुषों ने भाग लिया। यह रुझान बताता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं अब चुनावों को लेकर अधिक जागरूक हो रही हैं।

महिलाओं की रिकॉर्डतोड़ भागीदारी

कुल मतदान में महिलाओं की भागीदारी 74.42% रही जबकि पुरुषों का प्रतिशत 64.23 रहा। यह लगभग 10 प्रतिशत का अंतर दर्शाता है, जो महिला सशक्तिकरण और लोकतांत्रिक जागरूकता का संकेत है। ग्राम पंचायत की मतदाता सूची के अनुसार राज्य में कुल 47,77,072 पंजीकृत मतदाता हैं, जिनमें 23,10,996 महिलाएं और 24,65,702 पुरुष शामिल हैं। कुल 33,03,823 मतदाताओं ने वोट डाले, जिनमें से महिलाओं की संख्या 17,19,843 रही, जो पुरुष मतदाताओं से लगभग 1.36 लाख अधिक है।

जिलावार मतदान में ऊधम सिंह नगर सबसे आगे

प्रदेश के 12 जिलों में मतदान प्रतिशत में भी दिलचस्प आंकड़े सामने आए। ऊधम सिंह नगर में सबसे अधिक 83.21% मतदान दर्ज किया गया। उत्तरकाशी में 78.81%, देहरादून में 77.83% और नैनीताल में 74.25% मतदाता वोट देने पहुंचे। वहीं, चंपावत (67.95%), चमोली (64.90%) और अल्मोड़ा (59.73%) में अपेक्षाकृत कम मतदान हुआ।

32,580 प्रत्याशी मैदान में, 31 जुलाई को मतगणना

इस बार चुनाव में चार प्रमुख पदों के लिए कुल 32,580 उम्मीदवार मैदान में हैं—जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य। इनमें से:

  • जिला पंचायत सदस्य के 350 पदों पर 1,587 उम्मीदवार
  • क्षेत्र पंचायत सदस्य के 2,732 पदों पर 9,194 उम्मीदवार
  • ग्राम प्रधान के 6,119 पदों पर 17,564 उम्मीदवार
  • ग्राम पंचायत सदस्य के 1,881 पदों पर 4,235 उम्मीदवार शामिल हैं।

31 जुलाई को सभी जिलों में मतगणना होगी और इसके लिए प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

निर्विरोध विजेता भी रहे चर्चा में

कुछ पदों पर मतदान की आवश्यकता ही नहीं पड़ी क्योंकि उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो गए। इनमें जिला पंचायत सदस्य के 8, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 240, ग्राम प्रधान के 1,361 और ग्राम पंचायत सदस्य के 20,820 उम्मीदवार शामिल हैं। इन्हें पहले ही प्रमाण पत्र दे दिए गए हैं।

महिलाओं की बढ़ती भागीदारी बनी चुनाव की खास बात

इस चुनाव में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी ने ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक बदलाव की तस्वीर स्पष्ट कर दी है। न सिर्फ मतदान में, बल्कि कई महिलाएं बतौर प्रत्याशी भी सक्रिय रूप से सामने आई हैं। इससे यह साबित होता है कि ग्रामीण समाज में महिलाएं अब नेतृत्व के लिए पहले से कहीं अधिक तैयार और जागरूक हैं।

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