
देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कोरोना वायरस एक बार फिर सक्रिय होता दिखाई दे रहा है। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में जिले में कोरोना संक्रमण के तीन नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही जिले में कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक संक्रमण से कोई भी मौत दर्ज नहीं की गई है और 7 मरीज आज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी कि आज कुल 18 लोगों के सैंपल लेकर आरटीपीसीआर जांच की गई थी। इनमें से तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। संक्रमितों में एक मरीज ऋषिकेश का, एक चंद्रबनी क्षेत्र का और एक भगत सिंह कॉलोनी का निवासी है। विभाग लगातार संदिग्ध मरीजों की पहचान कर जांच में तेजी ला रहा है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
कोरोना की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना के मामले भले ही सीमित संख्या में सामने आ रहे हैं, लेकिन संक्रमण की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए रैपिड टेस्ट और आरटीपीसीआर टेस्ट को प्राथमिकता दी जा रही है। विभाग ने संभावित खतरे को देखते हुए सभी अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
दून मेडिकल कॉलेज पूरी तरह तैयार
दून मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. गीता जैन ने कहा कि कोरोना के नए मामलों को देखते हुए अस्पताल प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। मरीजों के इलाज के लिए आईसीयू, वेंटिलेटर और सामान्य बेड की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। साथ ही कोरोना टेस्टिंग किट और दवाएं भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि सभी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को सतर्क रहने को कहा गया है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी टीम तैयार है।
लोगों से सतर्कता बरतने की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की लापरवाही न करें। अगर हल्के लक्षण जैसे खांसी, बुखार या गले में खराश महसूस हो तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर जांच करवाएं। इसके साथ ही मास्क का प्रयोग, नियमित हाथ धोना और भीड़भाड़ वाले इलाकों से बचना अभी भी जरूरी है।
प्रशासन की सतर्कता और लोगों की सावधानी ही कोरोना पर काबू पाने का सबसे कारगर तरीका है। इसलिए सभी नागरिकों से जिम्मेदारी निभाने की अपील की गई है।