
देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में एक और अहम कदम उठाया है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से चयनित 34 एक्स-रे टेक्नीशियन को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने तकनीकी स्टाफ की अहम भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्हें स्वास्थ्य तंत्र की रीढ़ बताया।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताई टेक्नीशियन की भूमिका अहम
मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि एक्स-रे टेक्नीशियन अस्पतालों में रोगों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनकी नियुक्ति से न केवल चिकित्सीय सेवाएं बेहतर होंगी, बल्कि अस्पतालों में रोगियों को समय पर निदान की सुविधा भी प्राप्त होगी। उन्होंने बताया कि इन सभी टेक्नीशियनों को राज्य के पर्वतीय और दूरस्थ क्षेत्रों में पहली तैनाती दी जाएगी, ताकि चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों और स्थानीय जनता को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
तकनीकी संवर्ग में और भी होंगी भर्तियां
स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि राज्य सरकार तकनीकी पदों को भरने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर जिला अस्पतालों तक आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। इसके अलावा, प्रशिक्षित स्टाफ की भी भर्ती की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अधीन आने वाले तकनीकी संवर्ग में रिक्त पदों को जल्द ही आईपीएचएस मानकों के अनुसार भरा जाएगा।
स्थानीय लोगों को होगा सीधा लाभ
डॉ. रावत ने कहा कि एक्स-रे टेक्नीशियन की तैनाती से स्थानीय लोगों को हड्डी की चोट, गठिया, संक्रमण और अन्य समस्याओं के निदान में सुविधा मिलेगी। इसके लिए अब उन्हें बड़े शहरों के अस्पतालों में जाने की जरूरत नहीं होगी। राज्य सरकार का उद्देश्य है कि हर क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों।
उत्तराखंड सरकार की यह पहल स्वास्थ्य सेवाओं के सशक्तीकरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। नई नियुक्तियों से न केवल तकनीकी दक्षता में वृद्धि होगी, बल्कि राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।