
जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा इस विशेष निरीक्षण के दौरान नारी निकेतन, बाल सुधार गृह, और शिशु सदन में मौजूद हर एक सुविधा और सेवाओं का गहनता से जायजा लिया गया। डीएम ने न केवल दीपावली की खुशियां इन मूकबधिर महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के साथ साझा कीं, बल्कि उनकी जरूरतों और समस्याओं का भी व्यक्तिगत रूप से संज्ञान लिया और तत्काल समाधान के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
महत्वपूर्ण घोषणाएं और स्वीकृतियां:
1. मूलभूत सुविधाओं का विस्तार:
– डीएम ने केदारपुरम परिसर में स्टाफ, नर्स, और सुरक्षा गार्ड्स की बढ़ोतरी के साथ-साथ बेड और उपकरणों की व्यवस्था पर तुरंत स्वीकृति दी।
– परिसर की साफ-सफाई, रंग-रोगन और रसोई व्यवस्था में सुधार के लिए विस्तृत निर्देश दिए।
2. शैक्षिक और व्यवसायिक समर्थन:
– डीएम ने यह सुनिश्चित किया कि हर बच्चे की पढ़ाई में कोई रुकावट न आए। इसके तहत दो बालिकाओं के व्यवसायिक कोर्स की फीस तुरंत स्वीकृत की, जोकि धन की कमी के कारण रुकी हुई थी।
– सुधार गृह में एनसीईआरटी की किताबें और विश्व व भारतीय एटलस की व्यवस्था सुनिश्चित की गई ताकि बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकें।
3. स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार:
– नारी निकेतन और बाल सुधार गृह के निवासियों की नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए दून मेडिकल कॉलेज से चिकित्सा स्टाफ और नर्सिंग सेवाओं के नियमित दौरे की व्यवस्था की गई।
– मूकबधिर निवासियों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु अलग वाहन की स्वीकृति दी गई ताकि इन्हें बिना किसी परेशानी के अस्पताल ले जाया जा सके।
4. परिवार से जोड़ने की पहल:
– डीएम ने नारी निकेतन में रह रही हर महिला और किशोरी का पारिवारिक विवरण एकत्र करने के निर्देश दिए। इसके आधार पर इन्हें परिजनों से मिलाने का प्रयास किया जाएगा।
– मूकबधिर किशोरियों और महिलाओं की विशेष आवश्यकता को समझते हुए, एनआईबीएच और राफेल जैसी विशेषज्ञ संस्थाओं से इनकी नियमित देखभाल और मनोवैज्ञानिक सहायता प्राप्त करने के निर्देश दिए।
5. आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा:
– डीएम ने नारी निकेतन में महिलाओं द्वारा बनाए गए वस्त्रों और उत्पादों को सरकारी स्तर पर क्रय करने का निर्णय लिया, ताकि ये महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें और उनकी आय में सुधार हो सके।
– इन उत्पादों का उपयोग भिक्षावृत्ति से बचाए गए बच्चों और जरूरतमंदों की सहायता में किया जाएगा।
6. अतिरिक्त भवन निर्माण:
– नारी निकेतन में निवासियों की संख्या को देखते हुए, डीएम ने दो अतिरिक्त भवन निर्माण की तत्काल स्वीकृति दी। यह निर्माण आरईएस अधिकारियों की देखरेख में अगले महीने से शुरू होगा।
अन्य सुधार और निर्देश:
– परिसर में सीवर लाइन की समस्याओं का समाधान करने के लिए जल संस्थान को एक सप्ताह के भीतर ब्लॉकेज हटाने के निर्देश दिए गए।
– कार्मिकों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझा गया और जिलाधिकारी ने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।
डीएम के इस दौरे में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय जैन, और अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने इन योजनाओं को तेजी से लागू करने का वचन दिया। जिलाधिकारी के इस कदम से नारी निकेतन और बाल सुधार गृह के निवासियों में आशा का संचार हुआ और उनके जीवन में सुधार की दिशा में एक नई शुरुआत मिली है।